जब से नोएडा में नई मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदया रितु माहेश्वरी ने पदभार संभाला है तभी से वो नोएडा की कायापलट करने में दिन-रात मेहनत कर रही है पूर्व में नोएडा को ओडीएफ घोषित कराने के लिए इतनी गंभीर कोशिश नहीं हुई आज नोएडा में हर 500 मीटर की दूरी पर स्वच्छ शौचालय बना दिये गये हैं शहर में इतने स्वच्छ शौचालय निशुल्क उपलब्ध होने के बाद भी कुछ लोगों की आदत अभी भी खुले में शौच करने की बनी हुई है जिससे नोएडा जैसे स्मार्ट शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण में इकाई अंक में आने में मुश्किल होती है अब शहर में बहुतायत मे स्वच्छ शौचालय बनाए जाने के बाद शहर की सीईओ महोदया ने शहर को स्वच्छ भारत सर्वेक्षण में इकाई अंक में लाने का दृढ़ निश्चय कर लिया है शहर में खुले में शौच करने पर ₹200 व पेशाब करने पर ₹100 के जुर्माने का प्रावधान किया गया है शहर को ओडीएफ प्लस प्लस घोषित करने पर किसी भी नागरिक को कोई आपत्ति नहीं है लेकिन जो लोग ग्रीन बेल्ट में शौच करते हैं उनको रोकने के लिए ग्रीन बेल्ट की दीवारों को ऊंचा करके तारबंदी किया जाना सुनिश्चित किया जाए जिससे खुले में शौच करने की आदत वाले लोग बेरोकटोक ग्रीन बेल्ट में ना घुस सके साथ ही जो लोग खुले में शौच करते हैं उन पर जुर्माना लगाने के लिए सुबह में टीम तैनात की जानी चाहिए ये सुझाव नोएडा के सेक्टर 70 के कुछ निवासी प्राधिकरण को देने जा रहे है
नोएडा ने स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत नोएडा क्षेत्र को ओडीएफ प्लस प्लस घोषित करने से पूर्व नागरिकों से आपत्तियां व सुझाव मांगे