नोएडा
दिसंबर के अंतिम सप्ताह में भी नोएडा में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंचा हुआ है दिन के समय मैं सेक्टर 67, 68, 69 के बीच से जब आप निकलते हैं तो एक धुंध की मोटी चादर आपको दिखाई देती है दूर से लगता है कि जैसे कोहरा छाया हुआ है लेकिन जब पास पहुंचते हैं तो पता चलता है कि यह तो कोहरा नहीं प्रदूषण की धुंध है इस प्रदूषण की वजह से इन सेक्टरों के आसपास रहने वाले लोगों को सांस की तकलीफ हो रही है लोगों की खासी एक बार होने के बाद खत्म होने का नाम नहीं लेती लोगों का इस खांसी का इलाज करवाने पर बहुत मोटा खर्चा आ रहा है लेकिन इस प्रदूषण के कारण को प्राधिकरण समाप्त करने के करीब नहीं पहुंच पा रहा है इन सेक्टरों के आसपास कई बड़े निर्माण कार्य चल रहे हैं जिनमें ट्रकों के आने जाने से मिट्टी ट्रकों के टायरों में लगकर सड़क पर आ रही है जो सड़क पर सूख कर अन्य गाड़ियों के नीचे आकर धूल बन कर उड़ रही है जिससे प्रदूषण हर वक्त बना रहता है प्राधिकरण अगर चाहे तो इस प्रदूषण को बहुत जल्दी खत्म कर सकता है इन सेक्टरों के आसपास जो भी बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं उन प्रोजेक्टों के मालिकों से इन सेक्टरों के आसपास स्मोक टावर लगवा कर हवा को प्यूरिफाई करवाया जाए तभी इन सेक्टरों के आसपास के प्रदूषण पर नियंत्रण प्राप्त किया जा सकता है