स्वस्थ रहने के लिए शरीर की शुद्धि प्रक्रिया को जारी रखना ही अच्छे स्वास्थ्य की गारंटी है

आज प्रत्येक व्यक्ति स्वस्थ रहना चाहता है लेकिन कहीं ना कहीं उसकी दिनचर्या उसको स्वास्थ्य से दूर बनाए रखती है व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए शरीर की शुद्धि प्रक्रिया को अनवरत बनाए रखना ही स्वास्थ्य की एकमात्र गारंटी है स्वस्थ रहने के लिए व्यक्ति को अपनी दैनिक क्रियाएं आसानी के साथ संपन्न कर लेनी चाहिए  सुबह की दिनचर्या में जो व्यक्ति प्रतिदिन प्रातः काल उठते ही शौच आदि से निवृत हो लेता है प्रतिदिन 40 मिनट से 1 घंटे दौड़ भाग व्यायाम आदि करके पसीना बहाता है  ऐसा व्यक्ति निरंतर स्वस्थ बना रहता है यह शरीर मल और अशुद्धियों से भरा हुआ है जिन से शरीर को प्रतिदिन शुद्ध करना अत्यंत आवश्यक है शरीर की ये अशुद्धियां  मल -मूत्र, पसीना, कफ, कान का मैल व नाखूनों के रूप में शरीर से निरंतर बाहर निकलती है जिस व्यक्ति के शरीर से यह अशुद्धियां आसानी से और उसके प्रयास से बाहर निकलती रहती हैं वह आनंद को प्राप्त करता रहता हैऔर जिस व्यक्ति के शरीर से यह अशुद्धिया नहीं निकलती वह रोग की तरफ अग्रसर हो जाता है और जीवन जीने में भी उसका आनंद कमजोर होने लगता है यदि व्यक्ति को स्वस्थ रहना है तो अपने शरीर की शुद्धि प्रक्रिया को अनवरत बनाए रखना ही होगा